
वर्गीकरण
रोज़ेदार के लिए मुस्तहब रोज़े
रोज़ा के सही होने के लिए सेहरी खाना शर्त नहीं है
रोज़े में इफ्तार करने में जल्दी करना सुन्नत है
मालदार रिश्तेदार को रोज़ा इफतार कराने से रोज़ेदार को इफतार कराने का सवाब मिलता है
इफ्तार के समय दुआ का वक़्त
इफतारी में जल्दी करना उसे विलंब करने से श्रेष्ठतर है
रोज़ेदार को इफतार कराने की फज़ीलत
रोज़ेदार रोज़ा कब इफतार करे ॽ
रमज़ान के महीने में क़ुर्आन का पाठ करना सर्वश्रेष्ठ है या नमाज़ पढ़ना ?