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नमाज़ को अमान्य करने वाली चीज़ों की सूची

01-06-2023

प्रश्न 87749

क्या नमाज़ को अमान्य करने वाली चीज़ों की कोई निश्चित संख्या हैॽ यदि ऐसा है तो आपसे आशा है कि उसे स्पष्ट करेंगे।

उत्तर का पाठ

हर प्रकार की प्रशंसा और गुणगान केवल अल्लाह तआला के लिए योग्य है।.

नमाज़ को बातिल करने वाली चीज़ें सर्वज्ञात हैं, लेकिन उनमें से कुछ के बारे में फुक़हा के मतभेद के अनुसार उनकी संख्या भिन्न होती है। वे इस प्रकार हैं :

1 – जो शुद्धता को अमान्य कर देता है, जैसे हदस (वुज़ू टूट जाना), और ऊँट का मांस खाना।

2 - जानबूझकर गुप्तांग को खोलना। लेकिन अगर वह अनजाने में खुल जाए और गुप्तांग का खुला हिस्सा थोड़ा हो, या अधिक हो लेकिन वह उसे तुरंत ढांक दे, तो नमाज़ बातिल नहीं होगी।

3 – क़िबला की दिशा से बहुत विचलित होना।

4 - उसके शरीर, या कपड़े, या नमाज़ पढ़ने के स्थान पर नजासत (अशुद्धता) की उपस्थिति। अगर उसे नमाज़ के दौरान इस बात का पता चले या याद आए और उसे तुरंत हटा दे, तो उसकी नमाज़ सही है। इसी तरह अगर उसे नमाज़ पूरी होने के बाद पता चले, तो उसकी नमाज़ सही है।

5 - बिना किसी ज़रूरत के नमाज़ के दौरान अत्यधिक लगातार हिलना-डुलना।

6 - नमाज़ के स्तंभों (अरकान) में से किसी स्तंभ (रुक्न) को छोड़ देना, जैसे कि रुकू और सजदा।

7 - जानबूझकर कोई अमली रुक्न बढ़ा देना, जैसे कि रुकू।

8- जानबूझकर किसी रुक्न को किसी रुक्न से पहल कर देना।

9- नमाज़ पूरी करने से पहले जानबूझकर सलाम फेरना।

10- क़़िराअत करते समय जानबूझकर अर्थ बदलना।

11- नमाज़ के वाजिबात में से कोई वाजिब जानबूझकर और याद रखते हुए छोड़ देना, जैसे कि पहला तशह्हुद। लेकिन अगर कोई भूल जाए, तो उसकी नमाज़ सही है और वह सह्व का सजदा करेगा।

12 – (नमाज़ की) नीयत को काट देना (इस प्रकार कि वह नमाज़ से बाहर निकलने की नीयत कर ले)।

13- खिलखिलाकर हँसना। परंतु मात्र मुस्कुराने से नमाज़ नहीं अमान्य नहीं होती।

14- याद रखते और जानते हुए जानबूझकर बोलना। जहाँ तक भुलक्कड़ और अज्ञानी की बात है तो इसकी वजह से उसकी नमाज़ बातिल नहीं होती।

15-खाना-पीना।

देखें : दलीलुत-तालिब लि-नैलिल-मतालिब, शैख मरई बिन यूसुफ़ अल-हंबली (प़ृष्ठ 34)। और दुरूस मुहिम्मह लिश-शैख इब्न बाज़

और अल्लाह तआला ही सबसे अधिक ज्ञान रखता है।

नमाज़ को व्यर्थ कर देने वाले तत्व
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